Sudha Sikrawar

Book Detail

ये गलियारे

4.5/5

(40+ Reviews)

  • About

Grocho Marx, Who was an American Commedian, Writer and Singer, has once said that learn from the mistakes of others. You will never live long enough to make all the mistakes yourself. This book These Corridors Penned down by Author Sudha Sikrawar is about the experiences of a victim of cyber crime, facing the fear and pain of letting out this predicament. .A tragic but motivating story of a girl who overcome this horrifying situation with courage and reached out to the world .

The Author Sudha Sikrawar has written many books about some catastrophic and inspiring stories that relate the lives of ordinary people. The Author tries to warn and alert readers about such hazardous crimes happening today and protect our community from cyber crime. This book filled with joy, grief, love, betrayal, and panic will surely drive the reader into a mirage of emotions and suspense.

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समाज व अपराध का जन्म एक साथ हुआ है । समय के साथ अपराधों के रुप में परिवर्तन आया है। मानवीय स्वभावगत कारण लगभग आज भी वही है। ◾अकेलापन और चेतना की सुप्त अवस्था अपराधों के लिए खाली स्थान है। अकेलापन चेतना की जागृत अवस्था के साथ है तो जीवन के लिए वरदान है। किंतु यदि अकेलापन मजबूरी है तो वो आपको निष्क्रिय बनाता है जागरूकता से कहीं दूर ले जाकर डर के जाल में फंसाकर छोड़ देता है। ◾जागरूकता का सबसे सरल रास्ता दूसरों की गलतियों से सबक लेकर सीखने की ओर जाता है। "ये गलियारे" भी एक ऐसी सत्य घटना पर आधारित कहानी है जो वर्तमान में सबसे तेजी से फैलने वाली समस्या साइबर क्राइम को लेकर है। इसी असुरक्षा का सूक्ष्मता से खुलासा व अपनी चेतना को जागृत रखें रहने का संदेश इस किताब में मिलता है। ◾आकर्षण की कोई उम्र नहीं होती यदि आपके अंदर कहीं भी खालीपन है तो ये किसी भी उम्र में हो सकता है। आकर्षण आभास है प्रेम का, प्रेम नहीं है। और ये आकर्षण उनको बहुत जल्दी आकर घेरता है जो भावनात्मक रुप से कमजोर हैं। प्रेम की चाह में भटकते ऐसे भीड़भाड़ में अकेले मन ,बिना सीमाओं के ऐसे गलियारों में फंस जाते हैं जहां से निकलना बहुत मुश्किल हो जाता है। ऐसे ही ताने-बाने में गुंथी हुई एक भावपूर्ण जागरूक संदेशात्मक कहानी "ये गलियारे" (लघु उपन्यास) जिसे लिखा है मँझी हुई लेखिका सुधा सिक्रावर जी ने। ऐसे गलियारों से कैसे बचा जाएं और इन गलियारों के पीछे की कहानी को उजागर करने की एक कुशल कोशिश सुधा जी ने अपने लेखन के माध्यम से की है । ◾आज की तकनीकी सुविधाएं जीवन को आसान बनाने के साथ असुरक्षा का घेरा भी हमारे चारों ओर आठों पहर बनाएं हुए हैं। थोड़ी सी चूक से हम कितनी बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं ये हमें अंदाज़ा भी नहीं।सैंध लगाएं अपराधी ,सोशल मीडिया पर चारों और बैठे हैं और आमंत्रण हम स्वयं अपनी नासमझी, जानकारी का अभाव व अपने किसी आनंद की पूर्ति के लिए देते हैं। ◾जो इंसान भावनात्मक स्तर पर मजबूत नहीं है वो अपने बौद्धिक स्तर से भी मात खा बैठता है जैसा कि इस कहानी की मुख्य पात्र वेदिका के साथ एक बार नहीं लगातर होता चला जाता है। अपने अकेलेपन और आकर्षण के जाल में ऐसे फंसती चली जाती है कि मीलों दूर बैठकर भी मानसिक, आर्थिक प्रताड़ना का शिकार बनने को अपने ही कमजोर मन के कारण विवश हो जाती है।

mohil manju Reader

Best Crime Thriller - Cyber crimes, scams, and frauds are quite common these days especially with the advance in technology. Have you ever been a victim of one? I have lost some money due to scams as well but thankfully not too much but there are many who've lost their savings because of it."These Corridors" is a crime thriller book where the protagonist writes a letter to her father about what's been going on in her life.

Daphny Reader

Very nice book​ - In Sudha Sikrawar's "These Corridors," the passages of the virtual world are laden with risk, as the creator dives into the frightening encounters of Vedikaa, a casualty of cybercrime. Set against the background of Lucknow, the creator winds around a story that rises above the limits of fiction, uncovering the obvious real factors of online trickiness.The author's careful depiction of cybercrime strategies fills in as a distinct sign of the unavoidable dangers hiding in the digital landscape. Through distinctive narrating, the writer capably catches the readers feelings, submerging them in a story overflowing with bliss, sadness, and the cruel truth of online control.

Chandra Sekhar Reader

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